दोनो एसडीओ/एसडीपीओ/थाना प्रभारी निर्देश का अनुपालन सुनिश्चित कराएंगे
✍अरविंद अकेला मुज़फ़्फ़रपुर
अपील-कोरोना का खतरा अभी टला नही है,लोग घर पर ही करें पूजा
पटना, गया और मुजफ्फरपुर में किसी भी तरह के पटाखों का प्रयोग नहीं होगा। राज्य सरकार ने यह रोक एक दिसंबर तक लगाई है। ई-कॉमर्स वेबसाइटों के माध्यम से पटाखों की ऑनलाइन बिक्री भी प्रतिबंधित की गई है। सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) के आदेश के आलोक में ऐसा किया गया है।
उक्त आदेश के आलोक में आज समाहरणालय सभाकक्ष में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक की गई जिसमें वरीय पुलिस अधीक्षक जयंत कांत भी उपस्थित थे।
एनजीटी के द्वारा दिए गए निर्देश के आलोक में दीपावली और छठ के अवसर पर मुजफ्फरपुर जिला में पटाखों की बिक्री और उसके उपयोग (फोड़ने)पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। उक्त निर्देश का अनुपालन संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों के साथ थाना प्रभारी अनिवार्य रूप से सुनिश्चित कराएंगे। किसी भी पटाखा दुकानदारों को लाइसेंस निर्गत नहीं किया गया है। बावजूद इसके यदि वे पटाखा बेचते हुए पाए जाएंगे तो उनके पटाखों को सीज किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि लगातार बढ़ते प्रदूषण का सीधा असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। एनजीटी ने इसे गंभीरता से लेते हुए आदेश जारी किया है।एनजीटी के निर्देश के आलोक में जिलाधिकारी ने बताया कि बीते साल नवंबर में देश के जिन शहरों में हवा की गुणवत्ता ठीक नहीं थी, वहां पटाखे ना बनेंगे और ना ही बिकेंगे,ये बात कही गई थी। इस श्रेणी में बिहार के तीन शहर पटना, गया और मुजफ्फर शामिल है जहां पटाखों की बिक्री और उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है।कहा कि सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के आदेश के आलोक में ही यह निर्णय लिया गया है।
अपील
आगामी छठ पूजा को लेकर जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने जिले के आम आवाम से यह अपील करते हुए कहा है कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। ऐसा देखा जा रहा है कि पर्व त्योहारों के बाद उसके बढ़ने की प्रवृत्ति सामने आ रही है। अतः सतर्क रहें अलर्ट रहें एवं कोशिश करें कि घर में है या पार्कों में पूजा करें।एतिहातन,छठ पूजा को देखते हुए नगर निगम व नगर परिषद द्वारा आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।जिलाधिकारी ने शहर के प्रमुख नदी-घाटों एवं तालाबो पर आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश नगर आयुक्त एवं नगर कार्यपालक पदाधिकारियों को दिया है।वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में सभी संबंधित अंचल अधिकारियों और प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि संवेदनशील अतिसंवेदनशील एवं खतरनाक घाटों को चिन्हित करते हुए उसका प्रचार- प्रसार कराना सुनिश्चित करें। साथ ही जिन घाटों पर पूजा की जाएगी उन सभी घाटों पर आवश्यक व्यवस्थाएं यथा-लाइटिंग की व्यवस्था,बैरिकेडिंग, कंट्रोल रूम का निर्माण, गोताखोरों एवं पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति करना सुनिश्चित किया जाए।बैठक में अपर समाहर्ता राजेश कुमार, सिटी एसपी, नगर आयुक्त विवेक कुमार मैत्रेय,अनुमंडल पदाधिकारी पूर्वी कुंदन कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी पश्चिमी अनिल कुमार दास, विशेष कार्य पदाधिकारी,अपर नगर आयुक्त,डीपीआरओ कमल सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।